tag:blogger.com,1999:blog-8234335352219398549.post8903285424937223758..comments2023-10-10T02:40:42.354-07:00Comments on अपना दौर: संयम के निहित-अर्थ/बलराम अग्रवालबलराम अग्रवालhttp://www.blogger.com/profile/04819113049257907444noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-8234335352219398549.post-62851432793248246302010-11-05T11:55:30.116-07:002010-11-05T11:55:30.116-07:00Vichar-Pradhan Rachna. Happy Diwali.Vichar-Pradhan Rachna. Happy Diwali.Aditya Agarwalhttps://www.blogger.com/profile/15454435870567592589noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8234335352219398549.post-65850615951244623272010-10-12T09:50:35.226-07:002010-10-12T09:50:35.226-07:00shyam sunder aggarwal
to me
show details Oct 10 ...shyam sunder aggarwal<br /> to me <br />show details Oct 10 (2 days ago) <br />आपका आलेख बहुत अच्छा लगा। वास्तव में ही दंगा फैलाने और लूटमार करने वाले लोगों का धर्म से कुछ लेना-देना नहीं होता। वे सदा नुकसान तो मानवता को ही पहुँचाते हैं, कुछेक लोगों के निजी हितों की पूर्ति के लिए।बलराम अग्रवालhttps://www.blogger.com/profile/04819113049257907444noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8234335352219398549.post-74237196463392443722010-10-12T09:40:46.507-07:002010-10-12T09:40:46.507-07:00बलराम अग्रवाल जी ,आप ने आज के इस प्रश्न को जिस मान...बलराम अग्रवाल जी ,आप ने आज के इस प्रश्न को जिस मानवीय पक्ष के साथ उठाया है या कहें महसूस किया है --उसकी आज बहुत आवश्यकता है .जो लोग अपनी स्वार्थ की रोटियां सेंकने के आदी हैं ,आग लगाते हैं और बुझने नहीं देते हैं .देश के लोग अब धीरे धीरे सोच के स्तर पर परिपक्व होने लगे हैं ,एक सकारात्मक दवाव बनने लगा है .यह सुखद है .आप को बधाई .सुरेश यादवhttps://www.blogger.com/profile/16080483473983405812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8234335352219398549.post-64139160814099540742010-10-10T23:05:10.673-07:002010-10-10T23:05:10.673-07:00बड़ा सटीक विश्लेषण किया आपने. दुर्भाग्यवश आपने देश...बड़ा सटीक विश्लेषण किया आपने. दुर्भाग्यवश आपने देश में हर ऐसी चीज राजनैतिक चश्मे से ही देखी जाती है. यह जानने का कोई प्रयास नहीं करता की हिन्दू या मुसलमान क्या सोचता है. कुछ लोग उनके पहरुए बने हुए हैं, जो बात-बेबात बयानबाजी कर माहौल को गर्माने का प्रयास करते हैं. इस विश्लेषण हेतु आपको साधुवाद.KK Yadavhttps://www.blogger.com/profile/05702409969031147177noreply@blogger.com